Thursday, July 21, 2011

Some Words ......... From "Zindagi Naa Milegi Dobaraa"


For self
पिघले नीलम सा बहता हुआ येह समान
नीली नीली सी खामोशियाँ
ना कहीं है ज़मीन
ना कहीं आसमान
सरसराती हुयी टहनियाँ, पट्टियां
केह रही है की बस एक तुम हो यहाँ
सिर्फ मैं हूँ मेरी सांसें हैं और मेरी धडकनें
ऐसी गहराइयाँ
ऐसी  तनहाइयाँ
और मैं सिर्फ मैं
अपने होने पे मुझको यकीन आ गया

For Love
इक बात होंटों तक है जो आई नहीं
बस आँखों से है झांकती
तुमसे कभी, मुझसे कभी
कुछ लफ्ज़ हैं वोह मांगती
जिनको पहनके होंटों तक आ जाए वोह
आवाज़ की बाहों में बाहें डालके इठलाये वोह
लेकिन जो येह इक बात है
अहसास ही अहसास है
खुशबू सी है जैसे हवा में तैरती
खुशबू जो बे-आवाज़ है
जिसका पता तुमको भी है
जिसकी खबर मुझको भी है
दुनिया से भी छुपता नहीं
यह जाने कैसा राज़ है

For Failure
जब जब दर्द का बादल छाया
जब गम का साया लहराया
जब आंसू पलकों तक आया
जब येह तनहा दिल घबराया
हमने दिल को येह समझाया
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है
दुनिया में यूँही होता है
यह जो गेहरे सन्नाटे हैं
वक़्त ने सबको ही बांटे हैं
थोडा गम है सबका किस्सा
थोड़ी धुप है सबका हिस्सा
आँख तेरी बेकार ही नम है
हर पल एक नया मौसम है
क्यूँ तू ऐसे पल खोता है
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है

For Success or Victory
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो
तोह जिंदा हो तुम
नज़र में ख़्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो
तोह जिंदा हो तुम
हवा के झोंकों के जैसे आजाद रहना सीखो
तुम एक दरिया के जैसे लहरों में बहना सीखो
हर एक लम्हे से तुम मिलो खोले अपनी बाहें
हर एक पल इक नया समां देखें येह निगाहें
जो अपनी आँखों में हैरानियाँ लेके चल रहे हो
तोह जिंदा हो तुम
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो
तोह जिंदा हो तुम



No comments: